राजस्थान दिवस पर सांस्कृतिक संध्या व कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन
30 मार्च, राजस्थान: राजस्थान दिवस के अवसर पर नगर परिषद सभागार में रविवार को एक भव्य सांस्कृतिक संध्या व कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई, जिसके बाद चंग बजाते कलाकारों और राष्ट्रीय प्रेम की कविताओं ने सभागार में उपस्थित श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
कार्यक्रम के दौरान पद्मश्री अवॉर्ड विजेता लोक कलाकार लाखे खा ने सारंगीवादन की मनमोहक प्रस्तुति दी। वहीं, रसीद खां लंगा एंड पार्टी ने सूफियाना गायन और खड़ताल-ढोलक जुगलबंदी से समां बांध दिया। कवि मांगीलाल प्रजापत ने राजस्थानी वेशभूषा पर अपनी प्रस्तुति दी, जबकि कवि चंद्रभान विश्नोई ने वीर रस की कविताओं से राष्ट्रीय प्रेम की भावना का संचार किया।
कवि बंसीलाल सोलंकी ने अपनी राजस्थानी भाषा की कविताओं के माध्यम से राजस्थान की संस्कृति, रीति-रिवाज और परंपराओं का उल्लेख किया। वहीं, लतीफ एंड लंगा पार्टी ने लोकप्रिय राजस्थानी लोकगीत “गोरबंध नखरालो” पर शानदार प्रस्तुति दी। इस अवसर पर प्रसिद्ध कलाकार लीला सपेरा द्वारा प्रस्तुत कालबेलिया नृत्य कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा।
जिला कलक्टर ने सभी लोक कलाकारों और कवियों की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए राजस्थान दिवस को यादगार बनाने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने संबोधन में राजस्थान के एकीकरण की यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि चौथे चरण में वृहद् राजस्थान की स्थापना एक महत्वपूर्ण पड़ाव था, जिसकी स्मृति को बनाए रखने के लिए प्रतिवर्ष राजस्थान दिवस मनाया जाता है।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक पूजा अवाना, अतिरिक्त जिला कलक्टर अजय, एसीईओ ललित कुमार गर्ग, उपखंड अधिकारी सुनील पंवार, उद्योग महाप्रबंधक डॉ. अंजुला आसदेव, डीईओ राजेन्द्र प्रसाद शर्मा, तहसीलदार डॉ. भावना सांखला सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।