बीकानेर: पटवारी देवकरण सिंह पर खेजड़ी के पेड़ों की अवैध कटाई और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
बीकानेर, राजस्थान – उपनिवेशन विभाग की उपनिवेशन तहसील गजनेर, लिफ्ट मुकाम कोलायत के पटवार मंडल जैमलसर में पदस्थापित पटवारी देवकरण सिंह एक बार फिर विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। देवकरण सिंह पर आरोप है कि उन्होंने सोलर कंपनियों के साथ मिलकर जैमलसर की रोई क्षेत्र में हजारों खेजड़ी के पेड़ कटवा दिए हैं, जिससे न केवल पर्यावरण को भारी नुकसान हुआ है, बल्कि यह वन अधिनियम और राजस्थान भूमि संरक्षण कानूनों का भी खुला उल्लंघन है।
इस मामले को लेकर जीव रक्षा समिति के अध्यक्ष मोखराम जी धारनीया पूर्व में भी तत्कालीन आयुक्त प्रदीप गावंडे को शिकायत कर चुके हैं। इसके बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। मोखराम जी के अनुसार, पटवारी देवकरण सिंह को तीन बार स्थानांतरित किया गया, लेकिन हर बार राजस्थान हाई कोर्ट से स्थगन आदेश (स्टे) लेकर वे अपने पद पर बने रहे हैं। यह स्थिति विभाग की निष्क्रियता और मिलीभगत पर सवाल खड़े कर रही है।
मोखराम जी ने यह भी आरोप लगाया कि नाचना क्षेत्र में भी देवकरण सिंह का भ्रष्टाचार से जुड़ा इतिहास रहा है। वहां एक सोलर कंपनी की डिग्गी की मिट्टी को राज रकबे में डलवा कर कम्पनी से करौडो रुपए लेकर के सरकारी राजस्व की हानि पहुंचाई थी। यह मामला अब भी सतर्कता शाखा उपनिवेशन विभाग में पैन्डीग है
वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र सिंह राजावत ने भी इस मामले में नई शिकायत दर्ज करवाई है, जिसे अब पुनः सतर्कता शाखा में सौंपा गया है। नरेंद्र सिंह ने इस विषय में फेसबुक पर वीडियो बाइट जारी कर विभागीय लापरवाही की और संकेत किया है ।
इस पूरी घटना ने उपनिवेशन विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं –
आखिर क्यों एक भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी को बार-बार उसी जगह टिके रहने दिया जा रहा है?
क्या विभाग के आला अफसरों की इसमें मिलीभगत है?
जनता और सामाजिक संगठनों की मांग है कि इस प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच हो और दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।