बीकानेर: ऐतिहासिक चौकों में आज भी जिंदा हैं प्राचीन हवेलियों की शान
बीकानेर, जिसे अपनी समृद्ध संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत के लिए जाना जाता है, यहां के अनेक चौक आज भी प्राचीन हवेलियों की भव्यता को संजोए हुए हैं। इन हवेलियों की शानदार स्थापत्य कला और महीन नक्काशी, बीकानेर के स्वर्णिम अतीत की गवाही देती है।
ऐतिहासिक चौक और हवेलियां
बीकानेर के मोहता चौक, दौलतराम चौक, गोगागेट, और डागा चौक जैसे इलाके भव्य हवेलियों से सजे हुए हैं। इन हवेलियों में लाल बलुआ पत्थर और जालीदार झरोखों का विशेष आकर्षण देखने को मिलता है।
समृद्ध वास्तुकला और नक्काशी
इन हवेलियों की दीवारों और खंभों पर की गई बारीक नक्काशी, भव्य दरवाजे और हाथ से बनी पेंटिंग्स बीकानेर के पुराने वैभव की झलक दिखाती हैं। खासकर मोहता हवेली, राठी हवेली और कोठारी हवेली अपने शिल्पकला के लिए प्रसिद्ध हैं।
संरक्षण की आवश्यकता
हालांकि, कई हवेलियां अब जर्जर अवस्था में हैं और संरक्षण की मांग कर रही हैं। स्थानीय प्रशासन और विरासत प्रेमियों का कहना है कि इन ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने के लिए विशेष योजनाओं की जरूरत है।
बीकानेर की प्राचीन हवेलियां सिर्फ एक इमारत भर नहीं हैं, बल्कि ये शहर के गौरवशाली अतीत की अनमोल धरोहर हैं, जिन्हें संजोकर रखना जरूरी है