पुलिस कर्मियों का भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के जाल में अधिक फंसने के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
1. रिश्वतखोरी के मामले – पुलिस का काम कानून-व्यवस्था बनाए रखना और अपराध रोकना होता है, लेकिन कई बार कुछ पुलिसकर्मी अवैध रूप से पैसे लेकर मामलों को कमजोर करने, दोषियों को बचाने या फर्जी मामलों में फंसाने का प्रयास करते हैं।
2. जनता से सीधा संपर्क – पुलिस आम जनता, व्यापारियों, वाहन चालकों और अन्य लोगों के लगातार संपर्क में रहती है, जिससे रिश्वत लेने-देने की संभावना अधिक होती है।
3. ACB की सक्रियता – भ्रष्टाचार के खिलाफ ACB लगातार निगरानी रखती है और पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार के मामलों की अधिक शिकायतें मिलती हैं, जिससे पुलिसकर्मी अधिक पकड़े जाते हैं।
4. पद का दुरुपयोग – कुछ पुलिस अधिकारी अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल कर अवैध उगाही, जबरन वसूली, और दलालों के जरिए भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाते हैं।
5. गुप्त सूचनाओं और ट्रैप कार्रवाई का असर – ACB को पुलिसकर्मियों के खिलाफ गुप्त शिकायतें ज्यादा मिलती हैं, जिससे वे ट्रैप (जाल बिछाकर पकड़ने) की कार्रवाई कर पाते हैं।
6. प्रचार और मीडिया कवरेज – जब कोई पुलिसकर्मी भ्रष्टाचार में पकड़ा जाता है, तो मीडिया इसे ज्यादा प्रमुखता से दिखाती है, जिससे ऐसा लगता है कि पुलिस ही सबसे ज्यादा भ्रष्ट है, जबकि अन्य विभागों में भी भ्रष्टाचार होता है।
हालांकि, सभी पुलिसकर्मी भ्रष्ट नहीं होते। बहुत से ईमानदार अधिकारी भी होते हैं, जो अपने कर्तव्य को निष्ठा से निभाते हैं।