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जयपुर में ट्रैफिक पुलिस सिपाही नहीं काट सकेंगे चालान, अब बड़े अधिकारी करेंगे कार्रवाई

जयपुर में ट्रैफिक पुलिस सिपाही नहीं काट सकेंगे चालान, अब बड़े अधिकारी करेंगे कार्रवाई

जयपुर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए बड़ा बदलाव किया गया है। अब ट्रैफिक पुलिस के सिपाही और सब-इंस्पेक्टर वाहन चालकों का चालान नहीं काट सकेंगे। पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने आदेश जारी कर सभी ट्रैफिक सिपाहियों से चालान बुक वापस ले ली है। अब सिर्फ ट्रैफिक इंस्पेक्टर (TI) या उससे ऊपर के अधिकारी ही चालान काट सकेंगे।

फरवरी में मिला फीडबैक, मार्च में लागू हुआ नया नियम

पुलिस कमिश्नर को यातायात पुलिस की कार्यशैली को लेकर शिकायतें और फीडबैक मिले थे, जिसके बाद सत्यापन कर यह फैसला लिया गया। इस नियम को मार्च माह के लिए प्रायोगिक तौर पर लागू किया गया है।

यातायात सुधार पर रहेगा फोकस

ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की प्राथमिक जिम्मेदारी अब सड़क पर यातायात सुचारू बनाए रखना होगी।

पुलिसकर्मी चालान काटने की बजाय केवल समझाइश देंगे और ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित करेंगे।

चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मी केवल वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करेंगे, जो उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करेंगे।

कैमरों से होगा ई-चालान

जयपुर के प्रमुख मार्गों पर लगे आईटीएमएस (इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) कैमरों से यातायात उल्लंघन करने वालों के ई-चालान जारी होते रहेंगे।

वसूली की शिकायतें होंगी खत्म

इस फैसले से ट्रैफिक पुलिस की मनमानी और अवैध वसूली की शिकायतों पर रोक लगेगी। साथ ही, आम जनता को पुलिस के प्रति सकारात्मक संदेश मिलेगा।

बड़े अधिकारी करेंगे कार्रवाई

अब शहर में 12 ट्रैफिक इंस्पेक्टर, 4 डिप्टी एसपी, 2 एडिशनल डीसीपी और डीसीपी ही चालान काट सकेंगे। इससे ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार की उम्मीद है।

लोगों में बढ़ेगी ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता

यह नया नियम लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करेगा और सड़क पर अनुशासन सुनिश्चित करेगा। यदि यह प्रयोग सफल रहा, तो इसे स्थायी रूप से लागू किया जा सकता है।

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